CBSE Board 10th Exam 2025: साल में दो बार होगी परीक्षा, छात्रों को क्या मिलेगा फायदा?
CBSE Board 10th Exam: CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने अगले शैक्षणिक सत्र से 10वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है। अब से 10वीं की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। इस नई व्यवस्था से छात्रों को कई फायदे होंगे, जैसे बेहतर स्कोर, कम तनाव और अधिक विकल्प। इस लेख में हम आपको इस नई व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताएंगे और समझाएंगे कि छात्रों को इससे क्या लाभ मिलेगा।
CBSE Board 10th Exam 2025: नई व्यवस्था क्या है?
सीबीएसई ने हाल ही में एक ड्राफ्ट जारी किया है, जिसके अनुसार अगले शैक्षणिक सत्र से 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। पहली परीक्षा 17 फरवरी से 6 मार्च तक और दूसरी परीक्षा 5 मई से 20 मई तक होगी। छात्रों को यह विकल्प दिया जाएगा कि वे एक या दोनों परीक्षाओं में शामिल हों।
परीक्षा कैलेंडर और रिजल्ट
- पहली परीक्षा: 17 फरवरी से 6 मार्च
- दूसरी परीक्षा: 5 मई से 20 मई
- पहली परीक्षा का रिजल्ट: 20 अप्रैल तक
- दूसरी परीक्षा का रिजल्ट: 30 जून तक
साल में दो बार परीक्षा होने से छात्रों को क्या फायदा होगा?
1. कम तनाव और बेहतर तैयारी
पहले छात्रों को एक ही बार में सभी विषयों की परीक्षा देनी होती थी, जिससे तनाव बढ़ता था। अब दो बार परीक्षा होने से छात्रों को अधिक समय मिलेगा और वे बेहतर तैयारी कर सकेंगे।
2. सर्वश्रेष्ठ स्कोर का विकल्प
यदि कोई छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल होता है, तो उसे अंतिम मार्कशीट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर मिलेगा। यानी अगर पहली परीक्षा में किसी विषय में कम नंबर आते हैं, तो दूसरी परीक्षा में उसे सुधारने का मौका मिलेगा।
3. विषयों को छोड़ने की सुविधा
पहली परीक्षा के रिजल्ट आने के बाद छात्र यह तय कर सकते हैं कि वे किन विषयों में दोबारा परीक्षा देना चाहते हैं। यदि किसी विषय में उनके नंबर संतोषजनक हैं, तो वे उस विषय को छोड़ सकते हैं।
4. कम समय में पेपर का अंतराल
पहले छात्रों को एक पेपर और दूसरे पेपर के बीच 5 से 10 दिन का अंतराल मिलता था। अब यह अंतराल घटकर 1-2 दिन हो जाएगा, जिससे छात्रों को लंबे समय तक तनाव में नहीं रहना पड़ेगा।
CBSE 10th Exam 2025: छात्र कैसे बढ़ा सकते हैं अपना स्कोर?
1. पहली परीक्षा के बाद विश्लेषण करें
पहली परीक्षा के रिजल्ट आने के बाद छात्रों को अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करना चाहिए। यदि किसी विषय में नंबर कम हैं, तो दूसरी परीक्षा में उस पर ध्यान केंद्रित करें।
2. कमजोर विषयों पर फोकस करें
यदि छात्र पहली परीक्षा में किसी विषय में कम नंबर लाते हैं, तो दूसरी परीक्षा में उस विषय को प्राथमिकता दें। इससे उनका स्कोर सुधर सकता है।
3. दोनों परीक्षाओं में शामिल हों
यदि छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल होते हैं, तो उन्हें अंतिम मार्कशीट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर मिलेगा। यह उनके लिए एक बड़ा फायदा हो सकता है।
CBSE 10th Exam 2025: रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
CBSE 10th Board Exam 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सितंबर तक पूरी हो जाएगी। छात्रों को यह बताना होगा कि वे पहली परीक्षा, दूसरी परीक्षा या दोनों में शामिल होना चाहते हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए महत्वपूर्ण बातें
- दोनों परीक्षाओं के लिए एक ही परीक्षा केंद्र तय किया जाएगा।
- परीक्षा शुल्क बढ़ाया जाएगा और रजिस्ट्रेशन के समय दोनों परीक्षाओं के लिए शुल्क लिया जाएगा।
- पहली परीक्षा के रिजल्ट डिजिलॉकर पर उपलब्ध होंगे, जिनका उपयोग 11वीं में दाखिले के लिए किया जा सकता है।
CBSE 10th Exam 2025: सुझाव और प्रतिक्रिया
सीबीएसई ने इस नई व्यवस्था पर 9 मार्च तक सुझाव और प्रतिक्रिया मांगी है। प्राप्त सुझावों के आधार पर इसकी समीक्षा की जाएगी और फिर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
नई व्यवस्था का उद्देश्य
सीबीएसई का यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को अधिक विकल्प और कम तनाव के साथ बेहतर प्रदर्शन करने का मौका देना है।
CBSE Board 10th Exam 2025 की नई व्यवस्था छात्रों के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आई है। इससे छात्रों को अधिक विकल्प, कम तनाव और बेहतर स्कोर प्राप्त करने का मौका मिलेगा। यदि आप भी 10वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इस नई व्यवस्था का पूरा लाभ उठाएं और अपने स्कोर को बेहतर बनाएं।
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