Health News: भारतीयों में बढ़ रही है इन 3 चीजों की कमी, आज से ही खाना शुरू कर दें ये फूड्स

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Health News: भारतीयों में बढ़ रही है इन 3 चीजों की कमी, आज से ही खाना शुरू कर दें ये फूड्स

हाल ही में एक स्टडी सामने आई है जिसमें यह खुलासा किया गया है कि भारत में रहने वाले हर पुरुष और महिला में आयरन, कैल्शियम और फोलेट की कमी पाई जाती है। यह अध्ययन लैंसेट द्वारा किया गया था और इसमें यह बात सामने आई है कि भारत में सभी उम्र के लोग हेल्थ के लिए जरूरी माइक्रोन्यूट्रीएंट्स जैसे आयरन, कैल्शियम और फोलेट की अपर्याप्त मात्रा का सेवन कर रहे हैं।

आयरन, कैल्शियम और फोलेट शरीर के शारीरिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आयरन शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने और ऊर्जा का उत्पादन करने में मदद करता है, कैल्शियम हड्डियों और सेल्युलर फंक्शन के लिए जरूरी माना जाता है। वहीं, फोलेट डीएनए सिंथेसिस और कोशिका विभाजन के लिए आवश्यक है। इन तीनों की कमी को आप सही आहार के जरिए पूरा कर सकते हैं।

क्या हैं आयरन रिच-फूड्स?

आयरन हीमोग्लोबिन का एक मुख्य घटक है, जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है और शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन दो रूपों में उपलब्ध होता है: हीम और नॉन-हीम।

  1. हीम आयरन: यह पशु उत्पादों में पाया जाता है। इसमें शामिल हैं रेड मीट, सीफूड, पोल्ट्री और ऑर्गन मीट जैसे लिवर और किडनी। ये खाद्य पदार्थ शरीर को आसानी से आयरन प्रदान करते हैं।
  2. नॉन-हीम आयरन: यह प्लांट-बेस्ड खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जैसे बीन्स, दालें, छोले आदि। इन्हें विटामिन C युक्त चीजों जैसे टमाटर और खट्टे फल (नींबू, संतरे) के साथ खाना चाहिए ताकि आयरन का अवशोषण बेहतर हो सके।

पत्तेदार सब्जियाँ: पालक, केल और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियाँ आयरन से भरपूर होती हैं। हालांकि, इनमें कुछ कंपाउंड्स होते हैं जो अवशोषण को रोक सकते हैं, लेकिन पकाने से इन अवरोधकों को कम किया जा सकता है।

नट्स और सीड्स: कद्दू के बीज, तिल के बीज और काजू भी नॉन-हीम आयरन के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।

क्या हैं कैल्शियम रिच फूड्स?

कैल्शियम हड्डियों के निर्माण और उन्हें मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके साथ ही यह नर्व ट्रांसमिशन, मसल फंक्शन और ब्लड क्लॉटिंग में भी अहम है। कैल्शियम की कमी से हड्डियों का कमजोर होना और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।

  1. डेयरी सोर्स: फुल-फैट और स्कीम मिल्क कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा, दही और विभिन्न प्रकार की चीज़ भी कैल्शियम प्रदान करते हैं। दही में प्रोबायोटिक्स भी होते हैं जो पेट के लिए अच्छे होते हैं।
  2. नॉन-डेयरी सोर्स: सोया उत्पाद जैसे टोफू और टेम्पेह, पत्तेदार सब्जियाँ जैसे केल, कोलार्ड ग्रीन्स और बॉक चोय भी कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं।

बादाम: बादाम में कैल्शियम के साथ-साथ हेल्दी फैट्स और फाइबर की भी भरपूर मात्रा होती है।

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क्या हैं फोलेट रिच फूड्स?

फोलेट, विटामिन B9 का एक रूप है जो डीएनए सिंथेसिस, कोशिका विभाजन और मस्तिष्क के कामकाज के लिए आवश्यक होता है। यह प्रेग्नेंसी के दौरान विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है। फोलेट की कमी से एनीमिया और लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो सकती है।

  1. फोलेट युक्त सब्जियाँ: हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक और शलजम के पत्ते, ऐस्पैरेगस, और ब्रोकली फोलेट के अच्छे स्रोत हैं।
  2. फोलेट युक्त फल: संतरे, नींबू, और ग्रेपफ्रूट्स में फोलेट की भरपूर मात्रा होती है। इन फलों के साथ आप एवोकाडो भी खा सकते हैं।
  3. बीन्स: दालों और छोले में भी फोलेट की अच्छी मात्रा पाई जाती है।

इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल कर आप आयरन, कैल्शियम और फोलेट की कमी को पूरा कर सकते हैं और अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। यह जानकारी आपको स्वस्थ और संतुलित आहार बनाए रखने में मदद करेगी।

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