Friday, March 29, 2024
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Knowledge: क्या आप Parle-G के ‘G’ का सही अर्थ जानते हैं?

by TalkAaj
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Knowledge: क्या आप Parle-G के ‘G’ का सही अर्थ जानते हैं?

नॉलेज डेस्क:- क्या आप जानते हैं Parle-G में ‘G‘ का इस्तेमाल क्यों किया गया? इसके बारे में हम आज के ज्ञान पैकेज में बताएंगे। देश में बिस्कुट का नाम लिया जाए तो जुबान पर सबसे पहले Parle-G का नाम आता है। 90 के दशक के बच्चों को भी उनका जमाना याद होगा, जब चाय के साथ Parle-G का कॉम्बिनेशन मशहूर हुआ करता था। यहां तक ​​कि पारले जी के विज्ञापन भी काफी लोकप्रिय थे।

उसके पैकेट पर छपी लड़की की तस्वीर के बारे में कई किंवदंतियां भी बताई गईं। एक और बात लोगों की जुबान पर भी रहती थी. वह था जी का मतलब जीनियस। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस G का इस्तेमाल असल में क्यों किया जाता था? इसके बारे में हम आज के ज्ञान पैकेज में बताएंगे।

Parle-G में ‘G’ का क्या अर्थ है?

इस कहानी की शुरुआत पारले के नाम से होती है। आजादी से पहले Parle-G का नाम ग्लूको बिस्किट था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यह भारतीय और ब्रिटिश दोनों सैनिकों का पसंदीदा बिस्किट था। लेकिन आजादी के बाद ग्लूकोज का उत्पादन बंद हो गया। दरअसल, इसे बनाने में गेहूं का इस्तेमाल होता था और उस समय देश में खाद्यान्न का संकट था.

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हालांकि, जब उत्पादन फिर से शुरू हुआ, तो कई कंपनियां संघर्ष में आ गईं। विशेष रूप से ब्रिटानिया ने GLOCKZ-D के साथ बाजार पर कब्जा करने की कोशिश की। फिर ग्लूको बिस्किट को फिर से लॉन्च किया गया। इस समय इसका नाम Parle-G रखा गया और कवर पर एक छोटी लड़की की फोटो लगा दी गई। कहा जाता है कि पारले नाम मुंबई के विरल-पार्ले इलाके से लिया गया था। जहां इसकी फैक्ट्री हुआ करती थी. वहीं, G का मतलब ग्लोकज़ था। दरअसल, Parle-G ग्लोकज़ बिस्कुट है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘G मीन्स जीनियस’ को साल 2000 में प्रमोट किया गया था।

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लड़की की कहानी क्या है

Parle-G पर छपी लड़की को लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जाता है कि इस लड़की को तत्कालीन मशहूर कलाकार मगनलाल दैया ने बनाया था. कहानी और नाम जो भी हो, लेकिन आज पारले हर महीने करीब 1 अरब पेकैट्स बिस्कुट बनाती है।

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