ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) हुआ? गोल्डन आवर में ऐसे बचाएं पैसा!

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ऑनलाइन फ्रॉड(Online Fraud)के बाद ‘गोल्डन आवर’ में क्या करना चाहिए? जानिए वो हर बात जो आपके पैसे को बचा सकती है

आज की डिजिटल दुनिया में जहां स्मार्टफोन से लेकर इंटरनेट बैंकिंग तक सब कुछ आपकी उंगलियों पर है, वहीं एक अदृश्य खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है—साइबर फ्रॉड। एक क्लिक, एक OTP या एक फर्जी लिंक आपकीमेहनत की कमाईको मिनटों में गायब कर सकता है।

पर क्या आपको पता है कि ऐसे फ्रॉड के बाद भी आप अपने पैसों कोबचाने का आखिरी और सबसे असरदार मौकापा सकते हैं?
इस मौके को ही कहा जाता है —“गोल्डन आवर”


गोल्डन आवर क्या होता है?

गोल्डन आवर उस पहले30 से 60 मिनटकी खिड़की को कहते हैं, जब ऑनलाइन ठगी के बाद अगर आपसही कदम और सही समय परउठाएं, तो आपके ट्रांसफर हुए पैसे कोफ्रॉडस्टर के अकाउंट में पहुंचने से पहले ही रोका जा सकता है

इस समय में आप ये करें:

  • हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें

  • साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर तुरंत शिकायत दर्ज करें

  • अपने बैंक को तुरंत सूचित करें और ट्रांजैक्शन रोकने की मांग करें

  • थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराएं

नोट:कई मामलों में देखा गया है कि फ्रॉड के बाद अगर व्यक्ति ने 10 मिनट में कंप्लेंट कर दी, तो पुलिस और बैंक मिलकर ट्रांजैक्शन रोकने में कामयाब रहे।


जल्दी शिकायत करना इतना जरूरी क्यों है?

साइबर ठग किसी भी आम चोर से ज्यादा तेज होते हैं। आपके पैसे को एक या दो खातों में नहीं, बल्किकई खातों और डिजिटल वॉलेट्स में ट्रांसफर कर देते हैं, ताकि ट्रैकिंग मुश्किल हो जाए।

उदाहरण के लिए:

अगर दिल्ली से ₹20,000 की ठगी होती है, तो कुछ ही मिनटों में वो पैसा मुंबई, फिर बैंगलोर, और फिर किसी छोटे शहर में पहुंच सकता है। इस प्रोसेस को“मनी म्यूलिंग”कहते हैं, जो ठगों का फेवरेट तरीका होता है।

पुलिस और बैंक के लिए हर अकाउंट को ट्रेस करनासम्भव तो है पर बेहद कठिनहै।
लेकिन अगर आप फ्रॉड के 5 से 15 मिनट के भीतर एक्शन लें, तो:

  • बैंक ट्रांजैक्शन को“होल्ड”कर सकता है

  • पुलिस अकाउंट कोफ्रीज़करा सकती है

  • पैसा ठगों तकपहुंचने से पहले ही रुकसकता है


शिकायत कब और कहां करें?

📞1930 – साइबर हेल्पलाइन नंबर

  • भारत सरकार द्वारा संचालित

  • 24×7 चालू है

  • आपके कॉल के तुरंत बाद स्थानीय साइबर थाने को अलर्ट जाता है

🌐www.cybercrime.gov.in– राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल

  • ऑनलाइन कंप्लेंट दर्ज करने की सुविधा

  • मोबाइल नंबर और OTP से वेरिफिकेशन के बाद

  • शिकायत ट्रैकिंग नंबर मिलता है

नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR

  • पूरी घटना का विवरण दें

  • बैंक ट्रांजैक्शन स्लिप साथ ले जाएं

  • मेल, कॉल या फर्जी लिंक का स्क्रीनशॉट भी साथ रखें


Online Fraud के तुरंत बाद उठाए जाने वाले कदम:

  1. पैनिक न करें– शांत दिमाग से सोचे और एक्शन लें

  2. 1930 पर कॉल करें– यह सबसे पहला कदम होना चाहिए

  3. बैंक को तुरंत सूचित करें– और ट्रांजैक्शन को होल्ड करने का अनुरोध करें

  4. ऑनलाइन पोर्टल पर रिपोर्ट करें

  5. FIR दर्ज कराएं– पुलिस की जांच में मदद करें

  6. सभी पासवर्ड और OTP सेटिंग बदलें

  7. भविष्य में दोहरा सत्यापन (2FA) चालू करें


फ्रॉड के बाद ये गलती न करें:

  • शर्म या डर के कारण किसी को बताना बंद न करें

  • सोचें कि खुद ही संभाल लेंगे—बिलकुल नहीं

  • सोशल मीडिया पर पहले मदद मांगें—पहले पुलिस को सूचित करें

  • अपने बैंक की कस्टमर केयर को इग्नोर न करें


भविष्य के लिए सुरक्षा के टिप्स:

  • किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें

  • QR कोड स्कैन करने से पहले पुष्टि करें

  • हर डिजिटल पेमेंट ऐप परपिन/फेस लॉकचालू रखें

  • अपने मोबाइल और कंप्यूटर मेंएंटी वायरसलगाएं

  • अपने बच्चों और बुजुर्गों को भी डिजिटल ठगी से बचने के बारे में समझाएं


गोल्डन आवर आपकी डिजिटल सुरक्षा की लाइफलाइन है

ऑनलाइन फ्रॉड अब सिर्फ किसी और की कहानी नहीं है—यहकिसी भी समय किसी के भी साथ हो सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप बेबस हैं।
आपके पास 15–30 मिनट की एककीमती खिड़कीहोती है, जो अगर सही तरीके से इस्तेमाल की जाए, तो न सिर्फ आपके पैसे को बचा सकती है, बल्कि ठगों को भी पकड़ने में मदद कर सकती है।

👉 इसलिए याद रखें –डरें नहीं, देर न करें – तुरंत शिकायत करें।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

Q1. गोल्डन आवर का मतलब क्या होता है?
यह वह समय होता है—फ्रॉड के 15 से 60 मिनट के अंदर—जब अगर शिकायत की जाए, तो आपके पैसे को फ्रॉडस्टर के हाथों में जाने से रोका जा सकता है।

Q2. ऑनलाइन ठगी के बाद सबसे पहले क्या करना चाहिए?
1930 पर कॉल करना और अपने बैंक को सूचित करना सबसे पहला कदम होना चाहिए।

Q3. क्या बैंक पैसे वापस कर देता है?
अगर शिकायत समय रहते की गई हो और केस सही साबित हो, तो बैंक RBI के गाइडलाइन के अनुसार पैसे रिफंड कर सकता है।

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Q4. अगर शिकायत देर से करें तो क्या होगा?
देर से शिकायत करने पर पैसे की रिकवरी की संभावना बेहद कम हो जाती है। फिर भी शिकायत जरूर करें क्योंकि FIR साइबर क्राइम डाटा में दर्ज होता है।

Q5. साइबर फ्रॉड से कैसे बचें?
OTP किसी से न साझा करें, अंजान लिंक से बचें, और हर अकाउंट में 2FA सुरक्षा चालू रखें।

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