Home अन्य ख़बरेंकारोबार पट्टा और रजिस्ट्री में क्या है अंतर, खरीदने और बेचने से पहले जान लें नियम, कहीं चड़ न जाए कानून के हत्थे | Patta or Registry Me kya Antar hai 

पट्टा और रजिस्ट्री में क्या है अंतर, खरीदने और बेचने से पहले जान लें नियम, कहीं चड़ न जाए कानून के हत्थे | Patta or Registry Me kya Antar hai 

by TalkAaj
A+A-
Reset
Difference Between Patta and Registry
5/5 - (1 vote)

पट्टा और रजिस्ट्री में क्या है अंतर, खरीदने और बेचने से पहले जान लें नियम, कहीं चड़ न जाए कानून के हत्थे | What is the Difference Between Patta and Registry In Hindi | Patta or Registry Me kya Antar hai 

Difference Between Patta and Registry | लीज पर ली गई जमीन को लेकर हर किसी के मन में हमेशा यह संशय बना रहता है कि उसे खरीदा जाए या नहीं। अगर आप भी लीज पर ली गई जमीन को लेकर असमंजस में हैं तो आज हम आपको बताएंगे कि लीज और रजिस्ट्री में क्या अंतर है। जिसके बाद आपका भ्रम दूर हो जाएगा।

हाइलाइट्स –

  • सरकार द्वारा नई योजना के अनुसार लोगों को पट्टे दिए जाते हैं।
  • पट्टे के तहत भूमिहीन परिवारों की थोड़ी सहायता प्रदान की जाती है.
  • पट्टे वाली जमीन पर सिर्फ सरकार का हक होता है. किसी व्यक्ति विशेष का हक नहीं होता. 

READ ASLO | प्रॉपर्टी म्यूटेशन क्या है और यह महत्वपूर्ण क्यों है? | Property Mutation Kya hai

Property Knowledge : घर, मकान, जमीन एक ऐसी चीज है जिसे खरीदने से पहले लोग 10 तरह की जांच पड़ताल करते हैं। और ऐसा क्यों न करें, जो आपके जीवन भर की जमा-पूंजी जो लग जाती है। लोग घर या जमीन खरीदने से पहले उसके दस्तावेज जरूर जांचते हैं। जमीन पट्टे वाली है या उसकी रजिस्ट्री है. जब हम जमीन खरीदते हैं तो हमारे सामने तीन तरह की जमीनें आती हैं। एक रजिस्ट्री जमीन है जिस पर हम आंख मूंदकर भरोसा कर सकते हैं।

READ ALSO | Rajasthan में Birth Certificate कैसे बनवाये | जन्म प्रमाण पत्र डाउनलोड राजस्थान

दूसरा नोटरी की जमीन है जिस पर भी भरोसा किया जा सकता है। वहीं तीसरी है पट्टे पर दी गई जमीन, जिसे लेकर हमेशा यह शंका बनी रहती है कि इसे खरीदा जाए या नहीं। अगर आप भी पट्टे पर ली गई जमीन को लेकर कंफ्यूज में हैं तो आज हम आपको बताएंगे कि पट्टे और रजिस्ट्री में क्या अंतर है।

क्या होती है पट्टे वाली जमीन

बता दें कि सरकार द्वारा नई योजना के तहत लोगों को पट्टे दिए जाते हैं। सरकार द्वारा दिए गए पट्टे के तहत भूमिहीन परिवारों को कुछ सहायता प्रदान की जाती है। पट्टे की जमीन पर किसी व्यक्ति विशेष का अधिकार नहीं है। इसलिए इस पर सिर्फ सरकार का अधिकार है। सरकार किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस जमीन को गरीब परिवारों को पट्टे पर दे देती है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि वह व्यक्ति जमीन का मालिक है।

READ ALSO | प्रधानमंत्री आवास योजना की पूरी जानकारी

पट्टे पर दी गई संपत्ति को किसी अन्य व्यक्ति को बेचा या ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है। इसमें यह सुविधा नहीं दी गई है। इसके अंतर्गत यह सुविधा व्यक्ति को पट्टे के प्रकार पर निर्भर करती है. इसके अंतर्गत व्यक्ति को तय समय सीमा के अनुसार फिर से उसे निर्धारित प्रक्रिया के साथ पटा लेना पड़ता है यहां पर उसका नवीनीकरण करवाना पड़ता है. पट्टा सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों और शर्तों के अनुसार स्थानीय निकाय द्वारा जारी किया जाता है। पट्टा सरकार द्वारा निर्धारित विभिन्न प्रकार के नियमों पर निर्भर करता है। पट्टे कई प्रकार के होते हैं, जिनकी अवधि सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार होती है।

READ ALSO | Property Registry: सिर्फ रजिस्ट्री करवाने से आप प्रॉपर्टी के मालिक नहीं बन जाते, इस गलतफहमी को अभी दूर कर लें

रजिस्ट्री वाली संपत्ति

रजिस्ट्री होने पर, खरीदार को अपनी संपत्ति को स्थानांतरित करने या बेचने का अधिकार मिल जाता है। विक्रेता और खरीदार दोनों रजिस्ट्री में शामिल हैं। इसके साथ ही रजिस्ट्री में एक गवाह की भी जरूरत होती है। रजिस्ट्री होने पर मरम्मत और रखरखाव की जिम्मेदारी खरीदार की होती है। रजिस्ट्रेशन के बाद खरीदार हमेशा के लिए उस जमीन का मालिक बन जाता है। इस पर किसी अन्य व्यक्ति का कोई अधिकार नहीं है।

READ ALSO | आवास फाइनेंस से होम लोन अप्लाई कैसे करे?

रजिस्ट्री और पट्टे में क्या अंतर हैं? Difference Between Registry and Patta

रजिस्ट्री पट्टा
रजिस्ट्री एक कानूनी व्यवस्था हैं. जिसमे किसी जमीन या सम्पति का वास्तविक मूल्य को खरीदार द्वारा चूका कर खरीदा जाता हैं. पट्टा यह सरकार द्वारा एक ऐसी व्यवस्था हैं. की जिसमे किसी को एक निर्धारित समय और जिसमे उस जमीन या सम्पति का उपयोग भी किसी निश्चित कार्य के लिए निर्धारित कर के दी जाती हैं.
रजिस्ट्री कराते समय क्रेता और विक्रेता दोनों शामिल होते हैं. इसके साथ इसमें किसी गवाह का होना भी अनिवार्य होता हैं. इसमें लेसर और पट्टा लेने वाला व्यक्ति ही शामिल होता हैं.
इसमें किसी जमीन का मालिक होने के लिए उस जमीन या सम्पति की पूरी लागत देने होते हैं. इसमें किसी जमीन या सम्पति को किसी निश्चित समय में उपयोग करने के लिए लागत चुकानी पड़ती हैं.
रजिस्ट्री द्वारा ली गई जमीन या सम्पति को क्रेता को हस्तांतरित करने या बेचने का अधिकार होता हैं. इसमें पट्टेदार को जमीन या सम्पति को हस्तांतरित करने या बेचने का अधिकार नहीं होता हैं.
इसमें सम्पति का रख रखाव की पूरी जिम्मेदारी क्रेता का होता हैं. इसमें रख रखाव पट्टे के प्रकार पर निर्भर करता है।
रजिस्ट्री में क्रेता को परिसंपत्ति के अवशिष्ट मूल्य का आनंद देता है। पट्टा में पट्टेदार संपत्ति के अवशिष्ट मूल्य से वंचित रहता है।
इसमें सभी जमीन का बकाया राशि को चुकता करने के बाद वह सम्पति सिर्फ क्रेता की होती हैं. इसमें एक तय समय के बाद सम्पति को लौटना पड़ता हैं या फिर से उसे नवनीकरण करना पड़ता हैं.
रजिस्ट्री सम्बंधित सभी प्रक्रिया रजिस्ट्रार कार्यालय में किया जाता है। पट्टा सरकार द्वारा तय मापदंडो एवं शर्तों के अनुसार स्थानीय निकाय द्वारा जारी किया जाता है।
सम्पति की रजिस्ट्री होने के बाद क्रेता उस सम्पति का मालिक हो जाता हैं. इसमें अलग – अलग प्रकार के सरकार द्वारा तय मापदंडो एवं शर्तों और नियमों पर निर्भर करता है।
रजिस्ट्री कराते समय जिस जमीन या सम्पति की रजिस्ट्री हो रही हैं. उस पर सरकार द्वारा निर्धारित उस सम्पति की सरकारी रेट पर शुल्क देना पड़ता हैं. इसमें सरकार द्वारा या स्थानीय निकाय द्वारा दी गई मापदंड को पूरा करते हुए. एक निर्धारित शुल्क देना पड़ता हैं.

Posted by TalkAaj.com

click here

NO: 1 हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Talkaaj.com (बात आज की)

Talkaaj

आशा है आपको यह जानकारी बहुत अच्छी लगी होगी।
इस आर्टिकल को Share और Like करें, साथ ही ऐसे और लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें।

Join Our Group For All Information And Update, Also Follow me For Latest Information??

WhatsApp                       Click Here
Facebook Page                  Click Here
Instagram                  Click Here
Telegram                  Click Here
Koo                  Click Here
Twitter                  Click Here
YouTube                  Click Here
ShareChat                  Click Here
Daily Hunt                   Click Here
Google News                  Click Here

Related Articles:-

READ ALSO | Online Earning Kaise kare | Online Earning के 20 तरीके, घर बैठे पैसे कैसे कमाऐं

READ ALSO | घर से काम करने के 4 आसान ऑनलाइन कमाई (Online Earning) के तरीके 

READ ALSO | घरेलू महिलाओं के लिए बिजनेस आइडिया 2023

READ ALSO | MSME रजिस्ट्रेशन कैसे करें जानिए पूरी प्रक्रिया

READ ALSO | ChatGPT से इन 10 तरीको से पैसे कमाए

READ ALSO | इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्या है?

READ ALSO | प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत फ्री सिलेंडर के लिए ऐसे करें आवेदन

READ ALSO | Business Idea 2023: घर बैठे चावल से आप हर महीने 50,000 कमा सकते है, फटाफट जान लीजिए कैसे?

READ ALSO | कुछ ही दिनों में लाखों की कमाई होगी! Online Earning का इससे अच्छा जरिया आपको कहीं नहीं मिलेगा।

READ ALSO | सर्वश्रेष्ठ स्मॉल बिज़नेस आइडिया- हर महीने होगी लाखों की कमाई?

READ ALOS | Village Business Ideas In Hindi 2023 – गाँव मे बिज़नेस करने का आईडिया Low Investment

READ ALSO | घर बैठे मोबाइल से काम करकें लाखों कमाए (2023) जानें कमाई के 25 नए तरीके

READ ALSO | Online Earning के ये है 30 शानदार तरीके घर बैठें कमायें पैसा | How To Earn Money Online

READ ALSO | Amazon Affiliate Marketing से पैसे कैसे कमाए जानें पूरी जानकरी 

READ ALSO |  Amul, Post office या Aadhar की फ्रेंचाइजी (Franchise) लेकर अपना कारोबार शुरू करें हर महीने लाखों की कमाई, तरीका जानिए

READ ALSO |  Franchise क्या है? फ्री में घर बैठे ऐसे शुरू करें अपना बिजनेस, हर महीने कमाएं लाखों 

READ ALSO | LIC Agent Kaise Bane (2023) In Hindi 

READ ALSO | Business Idea: बाजार में इस चीज की है खूब डिमांड, हर घर में आता है रोज का काम, शुरू करें बिजनेस और करें जोरदार कमाई

READ ALSO |  ऐसे शुरू करें लाखों रुपये कमाने वाला न्यूज पोर्टल

READ ALSO | Common Service Centres (CSC) खोलकर हर महीनें कमाओे 1 लाख

READ ALOS | Amul Parlor Franchise Kaise Khole 2023

READ ALOS | Post Office Franchise Online Apply (2023) in hindi 

READ ALOS | आप भी शुरू कर सकते है खुद का सोलर पावर बिजनेस, होगी लाखों की कमाई, जानिए कैसे?

READ ALOS  | घर बैठे मिलेंगे 10 लाख रुपये, ये लोग कर सकते हैं आवेद

READ ALOS | SBI की बेटियों के लिए शानदार योजना, बैंक देगा पूरे 15 लाख रुपये, ऐसे करे आवेदन! 

READ ALSO | Mudra Loan Yojana Ki Puri Jankari : घर बैठे मिलेंगे 10 लाख रुपये, ये लोग कर सकते हैं आवेदन

READ ALSO | Digital Seva Kendra : डिजिटल सेवा केंद्र के साथ जीरो लागत पर बिजनेस शुरू करें

Keywords:- Difference Between Patta and Registry, Property Knowledge,What is the Difference Between Patta and Registry In Hindi, Patta or Registry Me kya Antar hai ,registry aur patta mein kya antar hai,patta or registry mein kya anter hai,registry aur patta mein antar,registry kya hai,registry,patta se registry kaise hoti hai,patta kya hai,jamin registry me kya document chahiye,patta jamin kya hota hai,plot ka patta kya hota hai,mutation kya hota hai,patte ki jamin ki registry,sarkari patta kya hoya hai,registry me kitna paisa lagta hai,patte ki jamin ki registry kaise karwaye,aabadi ka patta kya hota hai
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Google News Follow Me

You may also like

Leave a Comment

Hindi News:Talkaaj पर पढ़ें हिन्दी न्यूज़ देश और दुनिया से, जाने व्यापार, सरकरी योजनायें, बॉलीवुड, शिक्षा, जॉब, खेल और राजनीति के हर अपडेट. Read all Hindi … Contact us: [email protected]

Edtior's Picks

Latest Articles

All Right Reserved. Designed and Developed by Talkaaj