PM Awas Yojana: 6 साल का इंतजार खत्म! परिवारों को अब मिलेगा अपना घर; ध्यान दें इन 4 जरूरी बातों पर
प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) ग्रामीण के तहत देवरिया जिले के 144 लाभार्थियों का इंतजार अब आखिरकार खत्म होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को इन परिवारों के बैंक खातों में पहली किस्त भेजेंगे, जिससे इनका घर बनाने का सपना पूरा होगा। इस योजना के तहत सबसे अधिक लाभ पथरदेवा ब्लॉक के 46 परिवारों को मिलेगा। योजना के अनुसार, पात्र परिवारों को 1.20 लाख रुपये की सहायता तीन किस्तों में दी जाती है।
मुख्य बातें:
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- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को 144 लाभार्थियों के बैंक खाते में पहली किस्त भेजेंगे।
- ये सभी 2018 की सेक सूची में शामिल लाभार्थी हैं, जिन्होंने वर्षों से इंतजार किया है।
लंबे इंतजार के बाद अब मिलेगा घर
2018 की सेक सूची में नाम होने के बावजूद, देवरिया जिले के 144 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर पाने के लिए छह साल का इंतजार करना पड़ा। अब उनकी यह आस पूरी होने वाली है। 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके खातों में पहली किस्त जमा करेंगे।
बीडीओ की स्वीकृति से मिलेगी सहायता
सभी विकास खंड अधिकारी (B.D.O) के स्तर से शत-प्रतिशत स्वीकृति दी जा चुकी है, ताकि पात्र परिवारों को समय पर मदद मिले। इस योजना के तहत देवरिया जिले के विभिन्न ब्लॉकों के लाभार्थियों को सहायता मिलेगी। पथरदेवा ब्लॉक के 46 लाभार्थियों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा, जबकि भलुअनी और सलेमपुर के 21-21, बैतालपुर के 5, बनकटा के 12, बरहज के 4, भटनी और भागलपुर के 1-1, भाटपाररानी के 9, देवरिया सदर के 6, देसही देवरिया के 1, गौरीबाजार के 8, लार के 6, रामपुर कारखाना के 2 और रुद्रपुर के 1 लाभार्थी को भी सहायता मिलेगी।
पिछले 5 सालों में 12,640 मकानों की स्वीकृति
जिले में पिछले पांच वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 12,640 मकानों की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 12,000 मकान बनकर तैयार हो चुके हैं और 640 मकानों का निर्माण अभी बाकी है।
- 2020-21 में 7,531 मकानों का लक्ष्य था।
- 2021-22 में 1,138 मकानों का लक्ष्य पूरा हुआ।
- 2022-23 में 3,845 मकानों का निर्माण हुआ।
- 2023-24 के लिए 167 मकानों का लक्ष्य रखा गया, जिसमें अधिकांश मकानों की स्वीकृति मिल चुकी है।
किस्तों का वितरण
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार को कुल 1.20 लाख रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं। पहली किस्त 40,000 रुपये, दूसरी किस्त 70,000 रुपये और तीसरी किस्त 10,000 रुपये की होती है। लाभार्थियों को 25 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में आवास का निर्माण करना होता है, जिसमें रसोईघर और बरामदा अनिवार्य रूप से बनाना होता है।
अतिरिक्त लाभ
इसके अतिरिक्त, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए 12,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाती है। मनरेगा के तहत लाभार्थियों को 90 दिनों की मजदूरी भी प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने घरों का निर्माण पूरा कर सकें।
2018 की सेक सूची के अंतिम लाभार्थी
2018 की सेक सूची के अनुसार देवरिया जिले के 144 लाभार्थी अंतिम बचे थे, जिन्हें अभी तक योजना का लाभ नहीं मिला था। अब 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके खातों में पहली किस्त भेजेंगे। परियोजना निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि लाभार्थियों के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, ताकि सभी पात्र परिवारों को समय पर सहायता मिल सके।
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