मोहम्मद साहिल पहले लड़कियों को देता था प्यार का झांसा फिर पोर्न वीडियो बना करता था वायरल, बिहार में लव जिहाद (love jihad) की ये कहानी हिलाकर रख देगी
Love Jihad: बिहार के हाजीपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक युवक ने लड़कियों को प्यार का झांसा देकर उनके साथ ऐसा खेल खेला जिसे सुनकर रूह कांप जाए। मोहम्मद साहिल नाम का यह आरोपी लड़कियों को पहले अपने प्रेमजाल में फंसाता, फिर उनके निजी पलों के वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। यही नहीं, इन वीडियो का उपयोग वह केवल धमकी देने के लिए नहीं करता था, बल्कि उन्हें विदेशी पोर्न साइट्स पर बेचकर पैसे भी कमाता था।
रिश्ते की आड़ में विश्वासघात
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि साहिल ने अलग-अलग धर्म की कई लड़कियों को अपना निशाना बनाया। लेकिन इन पीड़ितों में ज़्यादातर लड़कियां हिंदू समुदाय से थीं। यह बात न केवल सांप्रदायिक तनाव को जन्म दे सकती है बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके डिजिटल अधिकारों को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा करती है।
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गर्लफ्रेंड बनी साज़िश की साथी
इस घिनौने खेल में साहिल अकेला नहीं था। पुलिस के अनुसार, उसकी गर्लफ्रेंड गुलशन खातून भी उसके इस धंधे में बराबर की हिस्सेदार थी। दोनों मिलकर मासूम लड़कियों को फांसते, उनसे दोस्ती करते और फिर उनके साथ अश्लील वीडियो बनाते। इन वीडियो को बाद में विदेशी पोर्न वेबसाइट्स को बेच दिया जाता। ये वेबसाइट्स मुख्यतः अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों में सक्रिय बताई जा रही हैं, जहां भारतीय वीडियो की मांग बढ़ती जा रही है।
मामला कैसे आया सामने?
यह मामला तब प्रकाश में आया जब 2 अप्रैल को एक नाबालिग लड़की ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। उसने बताया कि उसका एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। शुरुआती तौर पर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस के हाथ चौंकाने वाली जानकारी लगी। साहिल और गुलशन को पुलिस ने महनार थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया गया।
लेकिन पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने 15 दिनों तक न तो पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया और न ही उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया। इससे पीड़िता के परिवार को मजबूरन मीडिया का सहारा लेना पड़ा। मीडिया के जरिए जब मामला सामने आया तो प्रशासन हरकत में आया।
कैसे फंसाई जाती थीं लड़कियां?
पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी कंप्यूटर क्लास के लिए प्रतिदिन 5 किलोमीटर दूर जंदाहा बाजार जाया करती थी। वहीं उसकी मुलाकात गुलशन खातून से हुई, जो धीरे-धीरे उसकी दोस्त बन गई। गुलशन ने ही उसे साहिल से मिलवाया। साहिल लड़कियों के साथ फोटो खिंचवाता और फिर उन्हें दिखाकर उन्हें ब्लैकमेल करता। उसकी धमकी होती – “अगर मेरे साथ संबंध नहीं बनाए, तो ये तस्वीरें तुम्हारे परिवार वालों को भेज दूंगा।”
एक सुनियोजित पोर्नोग्राफी नेटवर्क
पुलिस को शक है कि साहिल और गुलशन केवल ब्लैकमेलिंग के लिए नहीं, बल्कि सुनियोजित ढंग से अश्लील वीडियो तैयार करते थे। इन वीडियो को बेचने का एक मजबूत नेटवर्क था, जिसमें ऑनलाइन पेमेंट गेटवे, क्लाउड स्टोरेज और फेक अकाउंट्स का इस्तेमाल किया जाता था।
डिजिटल फॉरेंसिक यूनिट ने आरोपी के फोन और लैपटॉप को जब्त कर लिया है और उसमें मिली सामग्री को जांचा जा रहा है। पुलिस इस बात की पुष्टि करने में जुटी है कि वीडियो किस साइट पर, कितनी कीमत में बेचे गए और इनका फायदा किस-किस को हुआ।
DSP का बयान और जांच की दिशा
हाजीपुर हेडक्वार्टर के डीएसपी अबू जफर आलम ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और वीडियो वायरल करने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि मामला गंभीर है और हर पहलू की गहन जांच की जा रही है।
साइबर सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल
यह केस केवल लव जिहाद या अश्लीलता तक सीमित नहीं है। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर महिलाओं की सुरक्षा, निजता और उनके अधिकारों से जुड़ा एक गंभीर विषय है। सोशल मीडिया, क्लाउड स्टोरेज और पोर्न साइट्स का ऐसा दुरुपयोग न केवल अपराध को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज के नैतिक ढांचे को भी कमजोर करता है।
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