‘घर को मंदिर बनाएं ताकि बहनों को शांति मिले,’ अरशद का VIRAL VIDEO
लखनऊ में चार बहनों की हत्या का मामला काफी चर्चा में है, और इस घटना का आरोपी मोहम्मद अरशद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने कई चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। इस वीडियो में अरशद ने बस्ती के लोगों पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसका घर छीन लिया, दबंगई की और उसकी बहनों को हैदराबाद में बेचने की साजिश रची। अरशद ने इस वीडियो के जरिए अपनी मजबूरी और इस खौ़फनाक कदम को उठाने की वजहें बताईं।
अरशद ने वीडियो में कहा, “मेरा नाम मोहम्मद अरशद है, और मैं बस्ती वालों से थककर, मजबूरी में यह कदम उठाने पर मजबूर हुआ। आज मैंने अपनी बहनों को मार दिया। जब पुलिस यह वीडियो देखेगी, तो उन्हें समझ में आएगा कि यह घटना कैसे हुई। बस्ती वालों ने हमें परेशान कर दिया, हमारा घर छीन लिया और हमें फुटपाथ पर रहने के लिए छोड़ दिया।”
बस्ती में दबंगों के खिलाफ आरोप
अरशद ने वीडियो में दावा किया कि बस्ती के कुछ दबंग लोग उसके घर की जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि बस्ती में कुछ लोग अवैध काम करते हैं और परिवार को परेशान कर रहे थे। अरशद ने खासकर कुछ लोगों पर आरोप लगाए जिनमें आगरा के रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम, सलीम, ड्राइवर अहमद, आरिफ और अजहर शामिल हैं।
अरशद ने आरोप लगाया कि इन दबंगों ने उसके पिता मोहम्मद बदर को झूठे मामलों में फंसाया और उसकी बहनों को बेचना चाहते थे। अरशद ने कहा कि यह सब इस लिए हुआ क्योंकि उसने अपनी बहनों के भविष्य को बचाने के लिए कदम उठाया।
बहनों की हत्या का खुलासा
अरशद ने वीडियो में कहा, “मैंने और मेरे पिता ने मिलकर बहनों की हत्या की। उन्हें गला दबाकर और हाथों की नस काटकर मारा। यह कदम हमने इसलिए उठाया क्योंकि हम अपनी बहनों को बिकते हुए नहीं देख सकते थे। हम नहीं चाहते थे कि कोई हमारी बहनों को बेचने की सोचें।”
अरशद ने यह भी कहा कि सरकार बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ की बातें करती है, लेकिन बस्ती के कुछ लोग उनकी बहनों को बेचने की साजिश रच रहे थे, जो किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
दस्तावेजों के जरिए परिवार की पहचान
अरशद ने वीडियो में यह भी दावा किया कि उसके परिवार का संबंध भारत से बहुत पुराना है। उसने बताया कि उसके पास 1947 तक के दस्तावेज हैं, जो यह साबित करते हैं कि उसका परिवार भारत से है, न कि बांग्लादेश से जैसा कि बस्ती में कुछ लोग कहते हैं।
अरशद ने बताया कि उसकी ताई जो बदायूं में रहती हैं, उनके पास ऐसे दस्तावेज मौजूद हैं, जो यह साबित करते हैं कि उनका परिवार हिंदुस्तान में रहने वाला है।
धर्म परिवर्तन की योजना
अरशद ने इस वीडियो में यह भी कहा कि वह धर्म परिवर्तन करना चाहता था और अपने खाली प्लॉट पर मंदिर बनवाना चाहता था। यह कदम उसने इस्लाम के बजाय हिंदू धर्म को अपनाने की सोचते हुए उठाया था।
इंसाफ की अपील
अरशद ने वीडियो के अंत में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की, “योगी जी, अगर आप सच्चे हिंदू हैं, तो मरने के बाद हमें इंसाफ दिलाएं। हमारी बहनों के द्वारा घर में सजाया गया सामान अनाथ आश्रम में दान कर दिया जाए और हमारे घर को मंदिर बना दिया जाए ताकि हमारी बहनों की आत्मा को शांति मिल सके।”
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पुलिस की जांच
इस वीडियो में अरशद के पिता को अपनी सबसे छोटी बेटी का गला दबाते हुए दिखाया गया है, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है। पुलिस अब इस वीडियो की जांच कर रही है ताकि यह साफ किया जा सके कि वीडियो में कही गई बातें सच हैं या नहीं।
अरशद और उसके परिवार की हालत देखकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, और यह मामला सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं बल्कि समाज में मौजूद कुछ गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करता है।
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