राधा जी की शादी किससे और कब हुई थी?
राधा और कृष्ण को प्रेम का पर्याय माना जाता है आज भी लोग इनके प्रेम की मिसाल देते हैं । फिर श्री कृष्ण के वृन्दावन से जाने के बाद राधा जी का विवाह कब और किसके साथ हुआ। इसका वर्णन ब्रह्मा वैवर्तपुराण में दिया गया है।
ब्रह्मा वैवर्त पुराण के अनुसार महादेव जी ने माता पार्वती जी को राधा विवाह के बारे में कथा सुनाते हुए कहा-
अतिते द्वादशाब्दे तु दृष्ट्वा तां नवयौवनां।
सार्धं रायाणवैश्येन तत्सबंधम् चकार स:।। ३९।।
छायां संस्थाप्य तद्रेहे सान्तर्द्धानमवाप ह ।
बभूव तस्य वैश्यस्य विवाहश्छायया सह।। ४0।।
ब्रह्मवैवर्तपुराण खण्ड 2 प्रकृतिखण्ड
अध्याय ४९ ३९-४०
भावार्थ :—
बारह वर्ष बीतने पर उन्हें नूतन यौवन में प्रवेश करती देख उनके माता-पिता ने रायाण वैश्य के साथ उनका संबंध निश्चित कर दिया था। उस समय श्री राधा जी अपनी जगह अपनी छाया को अपने घर में स्थापित करके स्वयं अंतर्ध्यान हो गईं। उस छाया के साथ ही उक्त रायाण का विवाह हुआ था । अर्थात जिस राधा जी का विवाह रायाण के साथ हुआ था वह राधा जी की छाया थी। विवाह के वक्त राधा जी स्वयं अंतर्ध्यान हो गई थी।
राधा जी के पति रायाण कौन थे –
श्री कृष्ण कंस के भय से कपट द्वारा गोकुल गांव लाए गए थे। भगवान कृष्ण की माता यशोदा का सहोदर भाई ( सगा भाई) रायण है। जो गोलोक में कृष्ण का अंश और उनका मामा है अर्थात रायाण जी संसारी संबंध से तो श्री कृष्ण के मामा है ,परंतु रायाण जी वास्तव में गोलोक में कृष्ण के अंश हैं। अतएव राधाजी की छाया का विवाह भी कृष्ण जी की छाया के साथ ही हुआ।
श्री कृष्ण का श्री राधा जी के साथ विवाह
ब्रह्म वैवर्तपुराण के अनुसार
कृष्णेन सह राधाया: पुण्ये वृन्दावने वने।
विवाहं कारयामास विधिनां जगतां विधी:
भावार्थ –
वृन्दावन नामक पवित्र वन में जगत के रचयिता ब्रह्मा जी ने श्रीकृष्ण के साथ श्री राधा का विधी पूर्वक विवाह सम्पन्न करवाया था।
श्री कृष्ण के वृन्दावन से जाने के बाद साक्षात् राधा श्री कृष्ण के हृदय स्थल में निवास करती थीं और छाया राधा रायाण के घर में।
स्त्रोत- वैदिक एम
ब्रह्मवैवर्त पुराण – Brahma Vaivarta Purana – Gitapress (Hindi) Downlaod
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर टॉक आज (Talkaaj) में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि Talkaaj नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
NO: 1 हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Talkaaj.com (बात आज की)
(देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले पढ़ें Talkaaj (Talk Today) पर , आप हमें Facebook, Twitter, Instagram और Youtube पर फ़ॉलो करे)