Rajasthan : BITS Pilani के प्रोफेसर से 7.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला अब सौंपा जाएगा CBI को!

Rajasthan BITS Pilani
Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
5/5 - (1 vote)

Rajasthan : BITS Pilani के प्रोफेसर से 7.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला अब सौंपा जाएगा CBI को!

Rajasthan News Hindi: झुंझुनू के पिलानी स्थित बिट्स की महिला प्रोफेसर सृजता डे के साथ 7.67 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सिर्फ साइबर ठगी का नहीं था. लेकिन यह डिजिटल गिरफ्तारी का भी मामला था. अनुसंधान में पता चला कि पैसा विदेश चला गया है, ऐसे में सीबीआई जांच जरूरी मानी गयी.

Jhunjhunu News: इसी साल फरवरी महीने में झुंझुनू के पिलानी स्थित बिट्स की महिला प्रोफेसर श्रीजाता डे के साथ 7.67 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सिर्फ साइबर ठगी का नहीं था. लेकिन यह डिजिटल गिरफ्तारी का भी मामला था.

हाल ही में मध्य प्रदेश और एनसीआर इलाके में डिजिटल गिरफ्तारी के कई मामले सामने आए हैं. जहां साइबर ठग वीडियो कॉल के जरिए ईडी, सीबीआई, पुलिस, इनकम टैक्स आदि जांच एजेंसियों का डर दिखाकर लोगों को घर में बंधक बना लेते हैं और उनकी हर गतिविधि की रिपोर्ट लेकर उनसे पैसे ठग रहे हैं।

ऐसी ही घटना BITS Pilani की सृजाता डे के साथ घटी। तीन महीने तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर ठगों ने उनसे 7.67 करोड़ रुपये की ठगी की थी। तीन महीने तक न सिर्फ ईडी, ट्राई, महाराष्ट्र पुलिस आदि का डर दिखाकर उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी गई, बल्कि साइबर ठगों ने हर दो घंटे में उसकी गतिविधियां पूछी और यहां तक कि हर दिन उसकी सेल्फ रिपोर्ट भी मांगी, जो एक तरह से डिजिटल थी. गिरफ़्तार करना।

प्रोफेसर सृजाता डे ने न सिर्फ अपनी सारी जमापूंजी दे दी थी बल्कि बैंक से 80 लाख रुपये का लोन लेकर साइबर ठगों को दे दिया था. फरवरी में जब मामला सामने आया और साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की लेकिन ठगी की रकम बड़ी थी और साइबर ठग भी काफी हाईटेक थे. ऐसे में यह मामला पुलिस मुख्यालय भेजा गया. पुलिस मुख्यालय की मुख्य साइबर सेल ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो 200 से ज्यादा बैंक खातों को खंगाला तो और भी चौंकाने वाला सच सामने आया कि श्रीजाता डे से पैसे ठगे गए हैं.

इन्हें विदेशी बैंकों के खातों में भी जमा किया गया है. जिससे पुलिस को संदेह है कि इस तरह के डिजिटल गिरफ्तारी मामलों में अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हाथ है. अब पुलिस इस केस को सीबीआई को सौंपने की तैयारी कर रही है. जयपुर में डीजीपी यूआर साहू ने कहा है कि धोखाधड़ी की रकम बहुत ज्यादा है. अनुसंधान में पता चला कि पैसा विदेश चला गया है, ऐसे में सीबीआई जांच जरूरी मानी गयी.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Google News Follow Me

इधर, एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि उन्होंने यह फाइल पुलिस मुख्यालय को भेज दी है. इसकी जांच पुलिस मुख्यालय की मुख्य साइबर सेल कर रही थी. आगे इस फाइल पर पुलिस मुख्यालय को ही निर्णय लेना है.

हालांकि, पिलानी या झुंझुनू ही नहीं, बल्कि राजस्थान में डिजिटल गिरफ्तारी का यह पहला मामला है. हालाँकि, हम आपको यहां यह भी बता दें कि कानूनी भाषा में डिजिटल गिरफ्तारी जैसा कोई शब्द नहीं है, लेकिन यह धोखाधड़ी का एक नया तरीका है। जिसमें साइबर ठग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और मोबाइल ऐप के जरिए पीड़ित को बंधक बना लेते हैं। वे उसकी हर गतिविधि पर नजर रखते हैं और उससे पैसे ठगते हैं।

इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…

(देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले पढ़ें Talkaaj (आज की बात) पर , आप हमें FacebookTwitterInstagramKoo और  Youtube पर फ़ॉलो करे)

Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
LinkedIn
Picture of TalkAaj

TalkAaj

हैलो, मेरा नाम PPSINGH है। मैं जयपुर का रहना वाला हूं और इस News Website के माध्यम से मैं आप तक देश और दुनिया से व्यापार, सरकरी योजनायें, बॉलीवुड, शिक्षा, जॉब, खेल और राजनीति के हर अपडेट पहुंचाने की कोशिश करता हूं। आपसे विनती है कि अपना प्यार हम पर बनाएं रखें ❤️

Leave a Comment

Top Stories